बुजुर्गों या वृद्धों की समस्याएँ (Problems of Elderly)

बुजुर्गों/वृद्धों की समस्याएँ – वृद्धावस्था का तात्पर्य जीवन के उस अवस्था से है जिसमें शारीरिक ढांचे एवं कार्य-प्रणाली में परिवर्तन आ जाता है| व्यक्ति की शारीरिक एवं मानसिक शक्तियों में ह्रास हो जाता है| बुजुर्गों की समस्याओं को निम्न बिंदुओं में देखा जा सकता है –  (1) शारीरिक समस्या – वृद्धों की शारीरिक क्षमता कम हो … Read more

अंत: एवं अंतर्पीढ़ीय संघर्ष (Intra and Inter-generational Conflict)

 पीढ़ी अंतराल (generation gap) – समाज में जन्म लेने वाले बच्चे जब युवा हो जाते हैं तो वे एक नई पीढ़ी का निर्माण करते हैं और एक समय बाद जब उनके बच्चे युवा बनते हैं तो दूसरी पीढ़ी का निर्माण होता है इस तरह आयु के आधार पर 20-25 वर्ष के अन्तराल की समाज में … Read more

तलाक या विवाह-विच्छेद (Divorce)

Divorce (तलाक)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] तलाक या विवाह-विच्छेद (Divorce) – तलाक का तात्पर्य वैवाहिक संबंधों का टूट जाना है, जिसके परिणामस्वरूप वैवाहिक दंपत्ति एक दूसरे से हमेशा के लिए अलग हो जाते हैं एवं परिवार विघटन का शिकार हो जाता है| तलाक को कानूनी रूप देने के लिए विशेष विवाह अधिनियम, 1954 तथा हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 … Read more

घरेलू हिंसा (Domestic Violence)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] घरेलू हिंसा का तात्पर्य परिवार के किसी सदस्य के साथ ऐसा व्यवहार, जो उसे शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित करता हो| वैसे तो बच्चे/किशोर एवं बुजुर्ग भी घरेलू हिंसा का शिकार होते हैं लेकिन इसकी शिकार अधिकतर महिलाएं ही होती है| घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा अधिनियम, 2005 (The Protection … Read more

दहेज (Dowry)

दहेज प्रथा क्या है – दहेज को ऐतिहासिक रूप से देखें तो वैदिक काल में वैवाहिक मामलों में स्त्रियों के पुरुषों से अधिक अधिकार थे| स्त्रियों को जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता थी| जिसके लिए स्वयंबर का आयोजन होता था| लेकिन मनुस्मृति की रचना के बाद हिंदू विवाह से संबंधित नियम स्थापित हो गए, जिसमें आठ … Read more

भारत में क्षेत्रीय समस्याएँ (Regional problems in India)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] भारत बहु-सांस्कृतिक देश होने के साथ भौगोलिक आधार पर भी एक दूसरे से भिन्न हैं| यहाँ उत्तर से दक्षिण एवं पूर्व से पश्चिम तक अनेक भिन्नता को देखा जा सकता है| भारत के क्षेत्रीय समस्याओं को निम्न विन्दुओं में देखा जा सकता है – (1) उत्तर पूर्वी राज्यों की समस्या (2) कश्मीर … Read more

भारत में नृजातीय समस्याएँ (Ethnic Problems in India)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] सामान्य अर्थों में धर्म या प्रजातीय भिन्नता को नृजातीयता (Ethnicity) समझ लिया जाता है| वास्तव में नृजातीयता एक भावना है| जब धर्म, भाषा, जाति, रंग, संस्कृति, क्षेत्र आदि के आधार पर कोई समूह एकजुट होकर अपनी भावना प्रदर्शित करे तो उसे नृजातियता कहते हैं| नृजातीय मनोवृत्ति, राष्ट्रीय मनोवृत्ति या हित से पृथक … Read more

भारत में धार्मिक समस्याएँ (Religious problems in India)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] भारत एक बहुधर्मी देश है एवं अपनी विविधता में एकता जैसे उद्देश्य के लिए जाना जाता है| भारतीय संविधान में भी पंथनिरपेक्ष शब्द का उल्लेख है, जिसका तात्पर्य राज्य का अपना कोई धर्म नहीं है साथ ही यह सभी धर्मों को समान महत्त्व देता है|लेकिन धार्मिक समस्याएँ तब उत्पन्न होती है जब … Read more

लैंगिक असमानता या विषमता (Gender Inequality)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] लैंगिक विषमता ( पढ़ें – असमानता या विषमता क्या है ) का तात्पर्य जैवकीय या शारीरिक भिन्नता से नहीं बल्कि स्त्री-पुरुष के सामाजिक-सांस्कृतिक सम्बन्धों के स्तर पर स्त्रियों के साथ होने वाले भेदभाव से हैं| यह एक ऐसी समस्या है, जो मानवीय समाज के आरम्भिक काल से आज तक विद्यमान है| अधिकारों … Read more

जाति असमानता या विषमता (Caste Inequality)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] असमानता (Inequality) व्यक्ति जब अपने लाभ हानि के आधार पर समूहों का मूल्यांकन करता है तो वह स्वाभाविक रूप से उच्चता एवं निम्नता में बँट जाता है| इसी उच्चता एवं निम्नता को असमानता कहते हैं, उदाहरण के लिए – लैंगिक असमानता, भारत में जाति असमानता| असमानता प्राकृतिक अवधारणा न होकर एक सामाजिक … Read more

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