भारत में सामाजिक विघटन (Social Disorganization in India)

भारत में सामाजिक विघटन (Social Disorganization in India) सामाजिक विघटन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें समाज के सदस्यों के पारस्परिक संबंध टूट जाते हैं और उनके व्यवहार को नियंत्रित करने वाले नियमों का प्रभाव समाप्त होने लगता है| थॉमस एवं नैनिकी के अनुसार सामाजिक विघटन समूह के सदस्यों पर से समाज के मौजूदा नियमों के … Read more

सांस्कृतिक विघटन (Cultural Disorganization)

सांस्कृतिक विघटन क्या है – प्रत्येक समाज में जीवन एवं समाजीकरण का आधार संस्कृति होती है| संस्कृति समाज के नैतिक मूल्यों, प्रथाओं, परम्पराओं, नियमों, व्यवहार के तरीकों आदि को समाहित करती है, लेकिन तेजी से बदलते समाज एवं भौतिकवादी प्रवृत्ति के कारण लोग सांस्कृतिक मूल्यों का पालन करने में कठिनाई महसूस करते हैं या विचलित … Read more

पारिवारिक विघटन (Family Dis-organisation)

पारिवारिक विघटन (Family Dis-organisation) किसे कहते हैं –                                  परिवार एक प्राथमिक समूह है, जिसमें रक्त एवं विवाह संबंधी रहते हैं| बच्चों के लालन-पालन की दृष्टि से यह एक अनिवार्य संस्था है| परिवार के माध्यम से ही मूल्य एवं नियम एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होता है| लेकिन जब परिवार का ही सदस्य … Read more

वैयक्तिक विघटन : सृजनाात्मक तथा व्याधिकीय व्यक्तित्व (Personal disorganisation : Creative & Pathological Personality Types)

वैयक्तिक विघटन – सामान्यतः किसी देश या समाज में स्थापित नियमों आदर्शों से विचलित हो जाना वैयक्तिक विघटन कहलाता है| इलिएट एवं मेरिल (Elliott and Merrill) के अनुसार सामाजिक नियमों तथा संपूर्ण समाज के साथ व्यक्ति का तादात्मीकरण न होना ही वैयक्तिक विघटन है| लेमर्ट (Lamert) के अनुसार वैयक्तिक विघटन वह दशा अथवा प्रक्रिया है … Read more

सामाजिक विघटन (Social Dis-organisation)

इस अध्याय के अंतर्गत हम निम्न विन्दुओं की चर्चा करेंगे – सामाजिक विघटन क्या है 2. सामाजिक विघटन की अवधारणा 3. सामाजिक विघटन के कारक 4. सामाजिक विघटन के लक्षण 5. सामाजिक विघटन के दुष्प्रभाव 6. सामाजिक संगठन एवं सामाजिक विघटन में अंतर सामाजिक विघटन क्या है – सामाजिक विघटन समाज, समुदाय या समूह की … Read more

युवा अति-सक्रियता (Youth Activism)

[wbcr_php_snippet id=”362″ title=”before_post_ad_unit”] युवा अति-सक्रियता क्या है – युवा अति-सक्रियता, युवाओं में परिस्थितियों से होने वाले असंतोष एवं तनाव का परिणाम होता है| ये परिस्थितियाँ सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक कुछ भी हो सकती है| समाज में युवा एक ऐसी जनसंख्या है जो सामान्यत: पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियों से मुक्त होता है| जोश एवं उमंग से भरपूर … Read more

क्षेत्रवाद (Regionalism in Hindi)

 क्षेत्रवाद क्या है – जब एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले लोग भाषा, संस्कृति आदि के आधार पर अपनी अलग पहचान बनाए रखना चाहते हों तो इसे क्षेत्रवाद कहते हैं | क्षेत्रवाद की भावना जब अधिक तीव्र हो जाती है तो यह दूसरे क्षेत्रों से द्वेष एवं घृणा के रूप में सामने आती है| … Read more

साम्प्रदायिकता (Communalism in hindi)

साम्प्रदायिकता क्या है – सांप्रदायिकता एक विचारधारा या निष्ठा है| यह निष्ठा अपने समूह (विशेष रूप से धार्मिक समूह) को दूसरे समूह से श्रेष्ठ मानती है एवं अन्य समूह से अलग एवं विरोध करने की प्रेरणा देती है| परिणाम स्वरूप उग्र-व्यवहार एवं हिंसा प्रारम्भ हो जाता है| सांप्रदायिकता का उद्भव उसी भावना से हो जाता … Read more

अल्पसंख्यक (Minorities)

भारत में अल्पसंख्यक – भारतीय संविधान में अल्पसंख्यक की कोई परिभाषा नहीं दी गई है| लेकिन अनुच्छेद 29 एवं 30 में अल्पसंख्यक वर्ग के लिए जो अधिकार दिए गये हैं उससे स्पष्ट होता है कि धर्म, भाषा एवं लिपि या संस्कृति को अल्पसंख्यक का आधार माना गया है| अतः धार्मिक समूह के साथ-साथ सांस्कृतिक आधार … Read more

जातिवाद (Casteism) – कारण l स्वरुप – मनोवैज्ञानिक एवं व्यावहारिक, दुष्परिणाम, निवारण के उपाय

जातिवाद के इस अध्याय के अंतर्गत हम निम्न विन्दुओं पर चर्चा करेंगे – जातिवाद क्या है जातिवाद के कारण जातिवाद का स्वरूप जातिवाद के दुष्परिणाम जातिवाद के निवारण के उपाय जातिवाद क्या है – समाज में सामान्यत: सभी जातियों के लोग रहते हैं एवं प्रत्येक जाति समाज की एकरूपता बनाए रखने में योगदान देती है| … Read more

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