पुरुषार्थ (Purusharth)
पुरुषार्थ पुरुषार्थ लोगों को समाज में क्रिया करने का मार्गदर्शन करता है| मनुष्य का उद्देश्य संसार में सुखी जीवन व्यतीत करना है| यह सब तभी संभव है, जब उसकी इच्छा एवं आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके| पुरुषार्थ के प्रकार हिंदू शास्त्रों में चार प्रकार के पुरुषार्थ यथा – धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की चर्चा … Read more