दुर्खीम आत्महत्या का सिद्धान्त| durkheem ka atmhatya ka siddhant

दुर्खीम आत्महत्या सिद्धान्त

  दुर्खीम का आत्महत्या का सिद्धान्त   दुर्खीम आत्महत्या सिद्धान्त; दुर्खीम से पूर्व आत्महत्या को मनोविज्ञान की विषयवस्तु माना जाता था; लेकिन दुर्खीम ने अध्ययन के बाद इसे सामाजिक प्रघटना माना| इसका मूल कारण सामाजिक तथ्य है| इसलिए आत्महत्या व्यक्ति सापेक्षिक न होकर समाज सापेक्षिक होता है| आत्महत्या व्यक्ति एवं समाज की अंतःक्रिया का परिणाम … Read more

Sociology in Hindi| samajshastra| समाजशास्त्र सम्पूर्ण पाठ्यक्रम

Sociology in Hindi

Sociology in Hindi/ samajshastra ka arth/सम्पूर्ण पाठ्यक्रम Sociology in hindi; समाजशास्त्र अंग्रेजी के शब्द Sociology का हिन्दी अनुवाद है| Sociology दो शब्दों से मिलकर बना है| 1. Socius  2. Logus  Socius लैटिन भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है- समाज Logus ग्रीक भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है- विज्ञान इस तरह समाजशास्त्र का शाब्दिक … Read more

दुर्खीम का धर्म सिद्धान्त| durkheim theory in hindi

दुर्खीम का धर्म का सिद्धान्त

दुर्खीम का धर्म का सिद्धान्त दुर्खीम धर्म के सिद्धान्त में; धर्म की उत्पत्ति का कारण जानना चाहते थे| अपने अध्ययन में उन्होंने पाया कि धर्म सामूहिक प्रघटना का परिणाम है| समाज के लोगों द्वारा कुछ वस्तुओं को पवित्र माना जाता है| इसे उन्होंने टोटम कहा| ये वस्तुएं सामूहिक विश्वास का प्रतिनिधित्व करती हैं| एक व्यक्ति … Read more

सामाजिक डार्विनवाद| Social Darwinism in hindi

सामाजिक डार्विनवाद

  सामाजिक डार्विनवाद का सिद्दान्त सामाजिक डार्विनवाद यह मानता है कि; मानवीय समूह एवं प्रजातियों पर प्राकृतिक चयन का वही नियम लागू होता है; जो चार्ल्स डार्विन जानवरों एवं पौधों के बारे में दिया था| ब्रिटिश अर्थशास्त्री एवं समाजशास्त्री स्पेन्सर ने प्राकृतिक चयन का नियम जीव विज्ञान से हटकर समाज पर लागू किया| यह भी … Read more

हरबर्ट स्पेन्सर जीवन परिचय| Spencer in hindi

हरबर्ट स्पेन्सर जीवन परिचय| एक महान दार्शनिक एवं समाजशास्त्री थे| यद्यपि उनकी शिक्षा किसी उच्च विश्वविद्यालय में नहीं हुई| लेकिन उनकी प्राकृतिक विज्ञानों का ज्ञान; एवं उसका समाज में प्रयोग ने उन्हें एक बड़े समाजशास्त्री के रूप में स्थापित कर दिया| हरबर्ट स्पेन्सर का जीवन परिचय हरबर्ट स्पेन्सर का जन्म 27 अप्रैल, 1820, को इंग्लैंड … Read more

समाज का पुनर्निर्माण: कॉम्टे

समाज का पुनर्निर्माण कॉम्टे

समाज का पुनर्निर्माण कॉम्टे ने यह विचार प्रस्तुत किया की बौद्धिक एवं नैतिक एकता के आधार पर ही समाज का पुनर्निर्माण किया जा सकता है| प्रत्यक्षवादी ज्ञान वह माध्यम है जिसके द्वारा बौद्धिक एवं नैतिक एकता विकसित होगी| सामाजिक पुनर्निर्माण की आवश्यकता क्यों? कॉम्टे फ्रांसीसी चिन्तक एवं सामाजिक विचारक थे| वे फ्रांस की तत्कालीन व्यवस्था … Read more

सामाजिक स्थिति-विज्ञान एवं सामाजिक गति-विज्ञान

सामाजिक स्थितिकी सामाजिक गतिकी

सामाजिक स्थिति-विज्ञान एवं सामाजिक गति-विज्ञान (Social Statics and Social Dynamics) कॉम्टे ने समाजशास्त्र को व्याख्यायित करने के लिए सामाजिक स्थिति-विज्ञान एवं गति-विज्ञान की चर्चा की| सामाजिक स्थितिकी का सम्बन्ध  सामाजिक संरचना से है; जबकि सामाजिक गतिकी का सम्बन्ध प्रकार्य से है| कॉम्टे द्वारा समाजशास्त्र का विभाजन कॉम्टे ने समाजशास्त्र को दो प्रमुख भागों में विभाजित … Read more

विज्ञानों का संस्तरण/वर्गीकरण (कॉम्टे)

विज्ञानों का संस्तरण/ vigyano ka vargikaran कॉम्टे ने अपनी पुस्तक “Postitive Philosophy” में विज्ञानों का संस्तरण/वर्गीकरण प्रस्तुत किया| इन विज्ञानों के बीच पाए जाने वाले संबंधों एवं संस्तरणों को भी स्पष्ट किया| Vigyano ke sanstaran ka tatparya (विज्ञानों के संस्तरण का तात्पर्य) विज्ञानों के संस्तरण/वर्गीकरण का तात्पर्य विज्ञानों का उच्चता एवं निम्नता के आधार पर … Read more

पीजीटी समाजशास्त्र पाठ्यक्रम| pgt sociology syllabus

PGT Sociology syllabus   UP PGT Sociology syllabus प्रस्तुत कर रहा हूँ| सामान्यतः प्रतियोगी छात्र syllabus का एक क्रम से अध्ययन नहीं करते| जिससे 5 से 10 questions में उन्हें ऐसा लगता है कि syllabus के बाहर है| जबकि यदि ध्यान से यदि syllabus पढ़े तो सारे प्रश्न syllabus के आस-पास ही होते हैं| कुछ … Read more

कॉम्टे का प्रत्यक्षवाद (Positivism of Auguste Comte)

कॉम्टे का प्रत्यक्षवाद

प्रत्यक्षवाद (Positivism)                                         प्रत्यक्षवाद एक विचारधारा या दर्शन है, जिसके प्रतिपादन का श्रेय अगस्त काम्टे (August Comte) को जाता है| यह दर्शन इस बात में विश्वास करता है कि प्राकृतिक विज्ञानों के अध्ययन पद्धति का प्रयोग समाज के अध्ययन में भी किया जा सकता है| काम्टे के अनुसार प्रत्यक्षवाद एक विशुद्ध वैज्ञानिक अवधारणा है जिसका … Read more

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